क्या राहुल गांधी कभी स्वतंत्रता दिवस पर लाल क़िले तिरंगा फहराएँगे देखिए क्या कहती है स्वामी योगेश्वरानंद की भविष्यवाणी

बांग्लादेश में शेख हसीना के तख्तापलट को 10 दिनों से ऊपर का समय हो चुका है और राहुल गांधी हैं, जिनके मुँह से एक शब्द तक नहीं निकल पा रहा है। समूची कांग्रेस राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने का ख्वाब देखती है, लेकिन जो राहुल गांधी बंगाली हिंदुओं के साथ हुए कत्लेआम पर खामोश हैं, क्या उन्हें भविष्य में हिंदू राष्ट्र भारत का प्रधानमंत्री बनाए जाना उचित है या नहीं, ये आप तय कीजिये। हम आपको बताएंगे की राहुल गांधी का मौन व्रत आख़िर कब टूटेगा ?
5 अगस्त 2024 ये वो तारीख है, जब ना चाहकर भी शेख हसीना को अपने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। ना चाहकर भी खुद के मुल्क से भागकर भारत आना पड़ा और अब तक भारत में भी डेरा जमाए बैठी हैं। 6 अगस्त 2024 इसी दिन जमात ए इस्लामी की आड़ में अमेरिकी ताक़त और ISI एजेंसी अपने नापाक मंसूबों में कामयाब हो गई फिर उसके बाद बंगाली हिंदुओं की टार्गेट किलिंग शुरु हो गई। 7 अगस्त के आने तक सड़कों पर बंगाली हिंदुओं के साथ कट्टरपंथी ताक़तों का कत्लेआम शुरु हो चुका था। बांग्लादेशी हिंदू कलाकंद राहुल आनंद का घर तोड़ा जाता है, उनके 3000 हज़ार intruments तोड़े गये..उनके घर में लूटपाट मचाई गई। इसी तरह कई बंगाली हिंदुओं के घर-दुकाने लूटी गई। अगले दिन 8 अगस्त को ढाका के इस्क़ॉन मंदिर को तोड़ा गया। देवी-देवताओं की खंडित मूर्तियां सोशल मीडिया में फैल गई और 9 अगस्त तक मरने वालों का आकड़ा 500 पार कर गया। हैरान करने वाली बात ये है कि, पड़ोसी मुल्क में बंगाली हिंदुओं के साथ हो रही इस हिंसा पर बतौर नेता विपक्ष राहुल गांधी एक शब्द तक नहीं बोले, लेकिन फिलिस्तीन की वकालत करने से कभी चूंके नहीं पिछले साल 19 अक्टूबर को गाजा में मारे गये फिलिस्तीनियों पर लंबा चौड़ा पोस्ट लिखा। फिलिस्तीन का समर्थन करते हुए इजरायल को खरी खोटी सुनाई लेकिन बांग्लादेशी हिंदुओं पर अब तक मौन धारण किये हुए हैं उनकी इसी नीयत पर संसद में सवाल उठे। खुद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने उनकी इस चुप्पी का कारण पूछा।
राहुल गांधी ख़ुद को कौल ब्राह्मण और दत्तात्रेय गोत्र बताते हैं। मोदी सरकार पर हिंसक हिंदू होने का आरोप लगाते हैं, संसद में हिंदू होने का मतलब भी समझाते हैं। राम मंदिर उद्घाटन पर बोलते हैं कि मैं धर्म का फ़ायदा उठाने की कोशिश नहीं करता हूँ लेकिन बंगाली हिंदुओं पर उनकी खामोशी उनके दोहरे चरित्र को भी दर्शाती है। ऐसे में जिन लोगों के ज़हन में राहुल के प्रधानमंत्री बनने की बात उठती है, तो ऐसे लोगों को मुंहतोड़ जवाब स्वामी योगेश्वरानंद गिरि महाराज ने दिया है।