इन पुजारियों और ग्रंथियों को नहीं मिलेगा एक रुपये का भी लाभ, जानिए क्यों

Pujari Granthi Yojana: अब दिल्ली में कुछ ही दिनों में दिल्ली के अंदर विधानसभा चुनाव होने में बीएस कुछ ही दिन का शेष समय बचा हुआ है। विधानसभा चुनावों के लिए सभी नेताओ ने कमर कस ली है।गौरतलब है की इस साल फरवरी में दिल्ली में विधानसभा के चुनाव होने है ,जिसके तहत सभी पार्टिया रण भूमि में उतरने के लिए एकदम तैयार है।
सत्ताधारी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने इस बार चुनावी दांव खोलकर पुजारियों के लिए हर महीने की सैलरी का एलान कर दिया है। इस योजना के तहत अगर दिल्ली में फिर से आम आदमी की सरकार बनती है ,तो सरकार के दावे के अनुसार मंदिर के पुजारियों को हर महीने 18 हजार रूपये दिए जायेगे लेकिन इस योजना के लिए क्या है जरूरी की पुजारियों को योजना का लाभ नहीं मिलेगा। आइये जानते है इस खबर को विस्तार से ,.......
किन पुजारियों को नहीं मिलेगा योजना का लाभ
इस योजना के अंतर्गत दिल्ली के किसी भी गुरुद्वार के संत और मंदिर के पुजारी आवेदन कर सकते है। इस योजना को लेकर सरकार की और से फिलहाल किसी क्रिटेरिया की बता नहीं की गयी है , हां लेकिन आवयशक ये है पुजारी या संत दिल्ली के ही गुरुद्वारा या मंदिर का होना चाहिए। इसके अलावा योजना से जुड़े किसी नियम के लिए नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया है।
अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बात करते हुआ बताया की वह खुद हनुमान मंदिर जाकर पुजारियों का रजिस्टेशन करेंगे। इसके बाद आम आदमी पार्टी के पदाधिकारी , नेता और कायकर्ता दिल्ली के हर मंदिर और गुरद्वार में जाकर पुजारियों और ग्रंथियो के रजिस्टेशन करवाए जाएंगे।
31 दिसंबर से शुरू हो चुके आवेदन
आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल ने एक पोस्ट के जरिए इस योजना की जानकारी लोगो को दी थी। जिसके तहत 31 दिसंबर से योजना के आवेदन शुरू किये जा चुके है। वही आपको बता दे, सरकार ने यह साफ़ कर दिया है की अगली बार सरकार बनने के बाद ही पुजारियों को ग्रंथियों को फायदा मिलेगा। योजना के बारे में और क्या नियम अभी इसकी जानकारी साझा नहीं की गयी है।